उत्तर पूर्वी दिल्ली के हर्ष विहार इलाके में एटीएम से धांधली का मामला सामने आया है. यह धांधली एटीएम में कैश लोड करते समय की गई. एटीएम में कैश लोड करते समय 100 रुपये की नोट की ट्रे में 500 के नोट रख दिए. इसका लाभ 112 एटीएम कार्डधारकों ने उठाया और आठ लाख रुपये अतिरिक्त निकाल लिए. ऑडिट के समय रुपये निकालने का पता चला. इसके बाद एटीएम में कैश लोड करने वाली कंपनी ने बुधवार को अपने दो कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया.

दोनों पर जान-बुझकर नोटों की ट्रे की अदला-बदली करने और कार्डधारकों की सहायता से रुपये निकलवाकर गबन करने का आरोप है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक, जो कंपनी एटीएम में कैश लोड और अनलोड करती है, उसके शाखा प्रबंधक की ओर से मामला दर्ज कराया गया है. शाखा प्रबंधक ने अपनी शिकायत में कहा कि जिस भी रूट पर एटीएम में कैश लोड और अनलोड किया जाता है, वहां दो कस्टोडियन नियुक्त किए जाते हैं.

कस्टोडियन की होती है जिम्मेदारी

शाखा प्रबंधक ने बताया कि कस्टोडियन बैंकों से कैश लेकर एटीएम में कैश की लोडिंग करने के साथ कैश रिसाइकलर और बल्क नोट एक्सेप्टर में ग्राहकों द्वारा जमा रुपये को निकालकर बैंकों में जमा करते हैं. एटीएम के वॉल्ट का पासवर्ड, एडमिन कार्ड के साथ ही एटीएम के रूम की चाबी कस्टोडियन के पास होती है. वहीं इस धांधली का पता 1 मई को कंपनी के कर्मचारी के कैश लोड और ऑडिट के लिए एटीएम पर जाने के बाद चला.

इस तरह की गई धांधली

कर्मचारी जब एटीएम में कैश लोड और ऑडिट के लिए तब उसे पता चला कि गलत तरह से कैश निकाला गया है. आरोप है कि 29 अप्रैल को एटीएम में 31 लाख कैश की लोडिंग करने कंपनी के दो कस्टोडियन गए थे. उन्होंने 100 रुपये की नोट के ट्रे में 500 के 2000 नोट रख दिए. फिर 100 रुपये के सारे नोट 500 के नोट वाली ट्रे में रख दिए. इसके बाद इस ट्रे को हल्का सा बाहर खींच दिया, ताकि 500 के ट्रे में जो 100 के नोट रखें हैं वो फंस जाएं, जिससे वो बाहर न निकल सकें.

कस्टोडियन ने मानी गलती

कंपनी का आरोप है कि दो कस्टोडियन ने साजिश रचकर एटीएम में गड़बड़ की. इसके बाद उन्होंने अपने जानने वाले 112 एटीएम कार्डधारकों को पैसे निकालने के लिए कहा. फिर कार्डधारकों ने 100 की जगह 500 रुपये के नोट निकालकर कंपनी को आठ लाख की चपत लगा दी. वहीं एक आरोपी कस्टोडियन ने कहा कि नोट की अदला-बदली गलती से की. जिस दिन कंपनी ने उसे कैश लोड करने लिए भेजा, उसकी तबियत सही नहीं थी. जल्दी काम निपटाने के चक्कर में गड़बड़ हुई.