इन्टरनेट बैंकिंग के जरिये ग्रामीणों को लूट फरार हुए शुक्ला राशि चेक के बहाने हडपेे लाखों रुपए प्रधानमंत्री आवास की राशि पर लगाया दांव
उमरिया। उमरिया जिले में इन्टरनेट बैकिंग के जरिये ग्रामीण अंचलों में भोले - भाले आदिवासियों को छलने का काम बेधडक और निर्ममता पूर्ण किया गया है।बैंक के हितग्राहियों को बैंक खाता चेक करने के बहाने आदिवासियों की राशि को हडपा गया है। आदिवासियों की राशि पर दांव खेलने वाले लोगों ने प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति राशि पर हाथ साफ करने का सुनहरा अवसर तलाश कई आदिवासियों को छलते हुए लाखों रूपयो का वारा न्यारा किया है।वर्तमान में शासन के व्दारा हर एक नागरिक का बैंक खाता अनिवार्य कर दिया गया है। ताकि लोगों को ठगने से बचाया जा सकें। लेकिन ठगों नेे नित नई तरकीब के जरिये क्षेत्र में ठगने का जो तांडव मचा रखा है वह जानकर लोगों की आंखों में पानी आ जाता है फिर भी ठग राज आज भी कायम है । ऐसा ही इन्टरनेट बैंकिंग के जरिये ठगी का संवेदनशील मामला पाली विकास खंड के दूरांचल गांवों में प्रकाश में आया है।जहाँ पर क्षेत्र के निरीह, अनजान लोगों पर डोरे डाल कर उनकी राशि इन्टरनेट बैकिंग के जरिये हडपा गया है। मामले के संबंध में बताया जाता है कि आदिवासी विकास खंड पाली के ग्राम पंचायतों में बडबाही, धौरई,बकेली भदरा, पहडिया,अर्जुनी और घुनघुटी आदि गाँव में बैंक आफ इंडिया के इन्टरनेट बैंकिंग से सैकड़ों लोगों की धनराशि को हडपने का काम किया गया है। जिन आदिवासियों के खाते से राशि आहरित हुई है, वे आज भी दर दर भटकते नजर आ रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में पाली जनपद पंचायत के अर्जुनी ग्राम के मामले में घुनघुटी चौकी में दिलीप शुक्ला उर्फ कन्हैया शुक्ला पिता ठाकुर शुक्ला ग्राम बडबाही के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध किया गया है। मामले को पंजीबद्ध हुए लगभग दो महीने व्यतीत हो रहें हैं , लेकिन अभी तक अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।बताया जाता है कि उक्त आरोपी भारतीय जनता पार्टी के पूर्व किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष पाली पद पर सुशोभित रह चुके हैं जो की वर्षों से गरीबों के वृदधा पेशन, विधवा पेंशन, विकलांग पेशन, किसी के मरणोपरांत मिलने वाली राशि, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि की राशि दर्जन भर गांवों में घूम घूमकर आहरित कर लिये हैं, अब मामले के पंजीकृत होने पर उच्च न्यायालय के चक्कर काट रहे हैं। देखना लाजिमी होगा की जिन गरीब आदिवासियों की राशि हडपी गयी है, उन्हें न्याय कैसे मिलेगा।