जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने उपार्जित धान के बारिश से प्रभावित होने के संबंध मे जानकारी देते हुए बताया कि दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा
जबलपुर
जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने उपार्जित धान के बारिश से प्रभावित होने के संबंध मे जानकारी देते हुए बताया कि दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा
जबलपुर जिले में बारिश के कारण प्रभावित धान के बारे में उपार्जन केन्द्रों की जाँच कर जानकारी संकलित की गई है. कुल 2,06,000 MT उपार्जित धान में से 9300 MT धान (4.50%) बारिश की वजह से गीली हुई है. 1,60,000 MT (78%) धान पूरी तरह से सुरक्षित रूप से भंडारित है. इसके अलावा लगभग 23000 MT धान किसानों द्वारा विक्रय हेतू उपार्जन केन्द्र के परिसर में लाकर रखी हुई थी उक्त में से अनुमानित 650 किसानों की 5200 MT धान बारिश की वजह से गीली हुई है जबलपुर में आज दोपहर बाद से मौसम ठीक है और भीगी हुई धान को धूप में सुखाकर अपग्रेड करने का कार्य जारी है. बारिश की वजह से धान में हुई वास्तविक क्षति का आकलन अपग्रेड की कारवाई पूर्ण होने पर किया जा सकेगा. निरीक्षणकर्ता अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बारिश के कारण भीगी धान में से अधिकांश मात्रा धूप में सुखाकर अपग्रेड कर ली जायेगी कतिपय उपार्जन केन्द्रों पर मामूली नुकसानी की संभावना है. जिसके लिये ज़िम्मेदार समितियों एवं अधिकारी कर्मचारियों के विरूद्ध कारवाई की जायेगी. समस्त अधिकारी कर्मचारियों को बारिश के कारण गीली धान को सुखाकर अपग्रेड कराने की कारवाई युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिये गये हैं. जिन किसानों से एफएक्यू धान ख़रीद ली गई है. उन्हें चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है. उक्त किसानों को पूरा भुगतान सुनिश्चित किया जायेगा यदि धान में क्षति हुई होगी तो उसकी वसूली संबंधित उपार्जन संस्था से की जायेगी.
ग्लोबल इंडिया टीवी के लिए जबलपुर ब्यूरो चीफ रमाकांत दुबे