’नेहरू युवा केन्द्र झाबुआ ने एक दिवसीय आस पड़ोस युवा संसद का किया आयोजन’
’G20 के विषय पर हुआ आयोजन’
झाबुआ । युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत नेहरू युवा केंद्र झाबुआ के तत्वाधान में एक दिवसीय जिला स्तरीय आस पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन पॉलिटेक्निक कॉलेज ग्राउंड में किया गया। जिसका उद्देश्य युवाओं में नेतृत्व की भावना उजागर करने हेतु मंच प्रदान करना था। जिला युवा अधिकारी प्रीति पंघाल द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम G20 में भारत की अध्यक्षता के महत्व, मिशन लाइफ,Y20 तथा अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष पर आधारित रहा, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम वसुधैव कुटुंबकम्, विश्व एक परिवार, वन फैमिली, वन अर्थ, वन फ्यूचर की थीम पर रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह एवं विशेष अतिथि भाजपा के जिला अध्यक्ष श्री भानु भूरिया, होमगार्ड कमांडेंट श्री शशिधर पिल्लई, कन्या महाविद्यालय से प्रोफेसर डॉ० प्रीति त्रिपाठी, आदर्श महाविद्यालय से प्रोफेसर डॉ० पूजा बघेल, एनजीओ प्रमुख श्री जिम्मी निर्मल, कृषि विज्ञान केंद्र से वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री आर० के० त्रिपाठी, श्री बिट्टू एवं आईटीआई झाबुआ प्राचार्य श्री मोहन सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया तत्पश्चात पुष्प गुच्छ से अतिथियों का स्वागत किया गया उसके बाद अतिथियों द्वारा युवाओं को संबोधित किया गया।
कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह ने अपने उद्बोधन में युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सहयोग करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि, आज का युवा कल देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा, इसलिए जब जहां मौका मिले अपने अंदर की खूबियों को पहचान कर उन्हें उजागर करने का प्रयत्न करें।
श्री भानु भूरिया मोटे अनाज के सेवन के महत्व बताते हुए कहा कि, झाबुआ जिले में आदिवासियों का मुख्य भोजन मोटा अनाज ही है और यह इसी का सेवन करते हैं जिससे इनकी रोक प्रतिरोधक क्षमता गेहूं चावल खाने वालों से अधिक होती है। जिसका उदाहरण हमने कोरोना काल में भी देखा था। यह अनाज खाने वालों को कोरोना हुआ भी तो बहुत नुकसान नहीं हुआ।
श्री शशिधर पिलाई ने अपने उद्बोधन में युवाओं को अपनी शक्ति पहचानने के लिए आह्वान किया जिससे भारत पुनः सोने की चिड़िया बन सके।
श्री आर०के० त्रिपाठी ने बाजरे के सेवन के लाभ बताते हुए कहां की यह ग्लूटेन कम होने से कोलेस्ट्रॉल एवं शुगर को नियंत्रित रखता है। सभी मोटे अनाज ज्वार, बाजरा इत्यादि सब सुपर फूड है। जिसमें अमीनो एसिड फाइबर मिनरल बहुत अधिक मात्रा में होते हैं, मनुष्य के लिए यह पोषक तत्वों का खजाना है, जिसके सेवन से पोषण के साथ-साथ बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है।
श्री जिम्मी निर्मल युवाओं को भारत को प्राप्त G20 की अध्यक्षता के ऊपर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये देश के लिए गर्व की बात है कि हमे यह अवसर प्राप्त हुआ है। साथ ही युवाओं को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने की सीख देते हुए कहा कि केवल नौकरी प्राप्त करने के लिए न पढ़ें अपितु एक अच्छा नागरिक बनने के लिए पढ़ें।
डॉ० प्रीति त्रिपाठी ने युवाओं को बताया कि शिक्षा के साथ साथ सर्वांगीण विकास आवश्यक होता है। इसलिए अपने व्यक्तित्व का विकास करें, अपनी कमियों को पहचानकर दूर करें, युवाओं में जो संकोच की भावना होती है, उसे दूर करें और जहां इस तरह का मंच मिले वहां अपने विचार व्यक्त करें। आईटीआई झाबुआ के प्राचार्य श्री मोहन सिंह ने युवाओं को रोजगार संबंधित कौशल विकास की जानकारी दी साथ ही मिशन लाइफ के ऊपर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण संरक्षण के बारे में समझाया।
आस पड़ोस युवा संसद के मंच पर युवाओं ने झाबुआ जिले की समस्याओं एवं निराकरण पर चर्चा की जिसके पश्चात् सामूहिक नृत्य का आयोजन कार्यक्रम के अंत में किया गया।
नेहरू युवा केंद्र की जिला युवा अधिकारी सुश्री प्रीती पंघाल ने कार्यक्रम का आभार मानते हुए कार्यक्रम को समापन की ओर अग्रसर किया एवं समस्त अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में पॉलिटेक्निक कॉलेज के समस्त अधिकारी कर्मचारियों एवं नेहरू युवा केंद्र के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवकों का विशेष योगदान रहा।