शहरी विकास मंत्रालय द्वारा धरमपुरी का वॉटर प्लस सिटी के रूप में प्रमाणीकरण
.शहरी विकास मंत्रालय द्वारा धरमपुरी का वॉटर प्लस सिटी के रूप में प्रमाणीकरण
.उत्कृष्ट संचालन के लिए परियोजना को पूर्व में भी मिल चुका है स्कॉच अवार्ड
.धरमपुरी में शतप्रतिशत कनेक्शन का लक्ष्य पूर्ण
भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण में धार जिले की धरमपुरी सीवरेज परियोजना का वॉटर प्लस सिटी के रूप में प्रमाणीकरण किया गया है। वॉटर प्लस सिटी में सीवरेज शोधन उपरांत प्राप्त जल का उचित उपयोग किया जाता है। धरमपुरी में भी मलजल शोधन उपरांत प्राप्त जल को उद्यानिकी,फायर बिग्रेड, सड़क,धोने,फव्वारे जैसे कार्यो मे उपयोग किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि धरमपुरी सीवरेज परियोजना को उत्कृष्ट संचालन के लिए गतवर्ष स्कॉच अवार्ड से भी नवाज़ा गया था। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी की स्वच्छता निरंतर रखने के लिए धार जिले की धरमपुरी सीवरेज परियोजना प्रभावी साबित हुई है।नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उपक्रम मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी द्वारा विश्व बैंक की सहायता से इस परियोजना का कार्य पूर्ण किया गया है। धरमपुरी सीवरेज परियोजना की लागत लगभग 28.44 करोड़ रूपये है। जनजागरूकता गतिविधियों के माध्यम से धरमपुरी में शतप्रतिशत घरों को सीवरेज कनेक्शन से जोड़ दिया गया है। सीवरेज परियोजना के उपरांत धरमपुरी में स्वच्छता ओैर स्वास्थ्य में व्यापक सुधार देखा गया हैं। यहॉ डायरिया,उल्टीदस्त,मलेरिया जैसी बीमारियों में कमी आई है। धरमपुरी वार्ड 2 निवासी अफरोज रिजवी का कहना है कि जब से हमने अपने घर को सीवरेज कनेक्शन से जोड़ा है तब से खुली नालियों की गंदगी दूर हो गई है। वार्ड क्रमांक 6 निवासी अजय ठाकुर पान की दुकान चलाते है। आठ सदस्यों का इनका संयुक्त परिवार है। श्री ठाकुर बताते है कि पहले नालियों में मलजल बहने से गंदगी के कारण बच्चे बीमार पड़ते थे,पर अब आसपास स्वच्छता बनी हुई है जिससे बीमारियों पर नियंत्रण है। इसी तरह वार्ड क्रमांक 4 के अबरार खान अपने अनुभव साझा करते हुए कहते है कि इस परियोजना का फायदा यह हुआ है कि पहले मलजल सडकों पर बहता था,जिसके कारण मंदिर मस्जिद जाने वाले लोग अपवित्र हो जाते थे,लेकिन अब सभी घरों के सीवरेज कनेक्शन हो जाने के कारण वातावरण में पवित्रता बनी हुई है। वार्ड नम्बर 1 के राहुल शर्मा का कहना है कि जब धरमपुरी सीवरेज परियोजना का कार्य प्रारंभ हुआ था,तब हम सब रहवासियों ने इसका स्वागत किया। सीवरेज लाइन इत्यादि बिछाने के लिए सरकार को पूरा सहयोग दिया। श्री शर्मा कहते है कि उनके नगर में सीवरेज परियोजना का काम बहुत उत्कृष्ट गुणवत्ता का है। वार्ड क्रमांक 14 निवासी रशीदा का कहना है कि पहले घरों में शौचालय चौक हो जाते थे,लेकिन अब घर सीवरेज लाइन से जुड़े है तब से बहुत राहत है। गौरतलब है कि धरमपुरी में सीवरेज कनेक्शन से संबंधी शिकायतों के निवारण के लिए प्रभावी शिकायत निवारण तंत्र भी बनाया गया है। धरमपुरी सीवरेज परियोजना की सफलता की कहानी अन्य सीवरेज परियोजनाओं के लिए प्रतिरूप है।