मांडू उत्सव का आगाज 25 से:मालवा-निमाड़ की आदिवासी संस्कृति से दुनिया को कराएंगे रूबरू, संगीत और नृत्य का भी होगा आयोजन
गुरुवार 25 दिसंबर से मांडू उत्सव का आगाज हो रहा है। उत्सव 25 दिसंबर से 29 दिसंबर तक चलेगा। संगीत और नृत्य से उत्सव जगमगाएगा। मांडू की हसीन वादियों में संगीत की स्वर लहरियां गुंजायमान होंगी। देश के ख्याति प्राप्त कलाकार उत्सव में अपनी प्रस्तुति देंगे। कला प्रेमी सोशल मीडिया के माध्यम से उत्सव का लाइव प्रसारण देख सकेंगे। मांडू उत्सव में आदिवासी संस्कृति और सभ्यता के रंग दिखाई देंगे। जिसका मकसद देश-दुनिया में पश्चिमी मालवा-निमाड़ की आदिवासी शैली को नई पहचान दिलाना है।” मांडू उत्सव में इस बार खास, संस्कृति और इतिहास की भी झलक उत्सव में दिखाई देगी। मांडू के पर्यटन के साथ ट्राइबल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों के तहत इस फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है।
जीवंत होंगी पारंपरिक लोक कलाएं
- नृत्य, गायन और वादन की समृद्ध शास्त्रीय और पारंपरिक लोक कलाएं एक बार फिर मांडू उत्सव के माध्यम से जीवंत हो जाएगा। मांडू उत्सव खोजने में खो जाओ, मांडू उत्सव का विचार, प्रदर्शन कला, कार्यशाला, प्रकृति ट्रेल्स, भोजन, वास्तुकला और आगंतुकों को संगीत का एक उदार मिश्रण प्रदान करेगा, मांडू की प्राचीन गाथा के साथ समृद्ध इतिहास में गहरी डुबकी लगाने के लिए साइकल यात्रा, पैदल यात्रा, या हॉप-इन-हॉप-आउट बसों पर कूदने का निशान दर्शकों के लिए खास है।
- मांडू उत्सव में आदिवासी संस्कृति और सभ्यता के रंग दिखाई देंगे। जिसका मकसद देश-दुनिया में पश्चिमी मालवा-निमाड़ की आदिवासी शैली को नई पहचान दिलाना है।
- मांडू उत्सव को देखने के लिए देश-दुनिया के पर्यटक पहुंचे हैं। पूरे दिन मांडू के इतिहास से जुड़े पुरातन स्मारकों में इतिहास और संस्कृति से रूबरू होने को मिलेगा। बल्कि, मांडू उत्सव के कार्यक्रमों का भी आनंद उठाया जा सकता है। इस दौरान ट्राइबल फैशन शो के जरिए उन्हें आदिवासी संस्कृति देखने को मिलेगी।
यहां यह गतिविधियों को कराने का प्लान इस बार
सागर तालाब में वाटर स्पोर्ट्स के आयोजन होंगे। हॉट एयर बैलून और साइकिलिंग का लुत्फ भी पर्यटक ले सकेंगे। मालीपुरा, बूढ़ी मांडू आदि जगह घुमने का लुत्फ उठा सकते हैं।
इस बार यह होगा खास सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ
- हेरिटेज वॉक के माध्यम से मांडू के इतिहास के दर्शन कर सकेंगे। हॉर्स ट्रोल फिशिंग का अनोखा आनंद, आर्ट एंड क्राफ्ट गैलरी, इंस्टाग्राम टूर और साइकिलिंग से मांडू का भ्रमण भी किया जाएगा।
- इसके अलावा प्राचीन शहर मांडू में उत्सव के दौरान ऐतिहासिक शहर के अनेक रोचक पहलुओं से पर्यटकों को अवगत कराया जाएगा।
- प्रात कालीन योग सत्र, हेरिटेज वॉक्स, साइकिलिंग टूर, स्टोरी टेलिंग, ट्रेजर हंट, फोटो प्रतियोगिता जैसी रोचक गतिविधियों में हिस्सा लेने के साथ स्थानीय संस्कृति, कला और स्थानीय व्यंजनों के स्वाद से पर्यटक परिचित होंगे।
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का सपना साकार होगा
पर्यटन एवं संस्कृति विभाग भोपाल, के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि माण्डू उत्सव का मुख्य उद्देश्य यहां के प्राचीन इतिहास और स्थानीय संस्कृति से पर्यटकों को रूबरू कराना और समृद्ध पर्यटन स्थल का महत्व और पहचान सामने लाना है। उन्होंने बताया कि उत्सव के जरिए देश-विदेश के लोगों को माण्डू के पर्यटन स्थलों से जोड़ा जाएगा। ऐसे उत्सवों के आयोजन से जहां मध्यप्रदेश की ग्रामीण विशेष संस्कृति से दुनिया परिचित हो सकेगी। वहीं रोजगार के नए अवसर पैदा होने से आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का सपना भी साकार होगा।