पहली बार उज्जैन में पंडित मिश्रा की शिव महापुराण कथा
पं. प्रदीप मिश्रा बोले-मैं पर्चे नहीं लिखता, न भविष्यवाणी करता:
उज्जैन में कहा-साधारण मनुष्य पर भरोसा नहीं करें,
साईं बाबा को सनातनी मानने से इनकार किया
सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने पर्चा लिखने वाले बाबाओं को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि न मैं कोई पर्चे लिखता हूं, न भविष्यवाणी करता हूं। किसी साधारण मनुष्य पर भरोसा न कर हमें भगवान पर भरोसा करना चाहिए। इससे हमारा जीवन सार्थक होगा। साईं विवाद पर उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में देवताओं की कोई कमी नहीं है, हम उन्हीं को पूज लें, वहीं आनंद है।
पंडित मिश्रा उज्जैन के मुरलीपुरा में 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक शिव महापुराण कथा सुना रहे हैं। कथा के पहले दिन कई श्रद्धालु यहां पहुंचे। कथा खत्म होने के बाद मीडिया ने जब उनसे पूछा कि आपने अपनी कथा के दौरान भविष्यवाणी नहीं करने की बात कही तो वो क्या बागेश्वर धाम को लेकर थी। इस पर उन्होंने कहा कि हमें उससे मतलब नहीं। हम इतना जानते हैं शंकर भगवान का भजन करें स्वयं कालाधिपति बैठा है दुनिया का भाग्य लिखने वाला, वही है जो राम जी, कृष्ण जी की माता का हाथ देखकर बता देते हैं। हमें हमारे भगवान पर भरोसा करना है, किसी साधारण मनुष्य पर भरोसा नहीं करेंगे। भगवान पर भरोसा करेंगे तो हमारा जीवन सार्थक होगा।
कथा सुनने रोजाना 5 लाख भक्तों के आने का अनुमान
शिव महापुराण कथा सुनने रोजाना 5 लाख भक्तों के आने का अनुमान लगाया गया था। कथा शुरू होने से पहले 2 लाख लोग पहुंच चुके थे। पंडाल छोटे पड़े तो नए पंडाल लगवाए गए। 3 बजे करीब ढाई लाख लोग कथा स्थल पर थे। करीब 50 हजार लोग रास्ते में थे जो आयोजन स्थल पर पैदल पहुंच रहे थे। कुछ लोग जिन्हें जगह नहीं मिली वे अपने घर लौट गए।
गर्मी से बचने के लिए पंखे कूलर और फॉग की व्यवस्था
कथा के आयोजन के लिए 300 x 800 के तीन विशाल डोम बनाए गए थे। बीच वाले मुख्य डोम में मुख्य मंच पर महाकाल मंदिर की आकृति की सजावट कर शिवलिंग बनाया गया है। यहीं से पंडित मिश्रा कथा सुना रहे हैं। कथा सात दिन तक चलेगी। कथा के दौरान कई महिला-पुरुष व बच्चे गर्मी में परेशान होते रहे। हालांकि तीनों डोम में आगे गर्मी से बचने के लिए पंखे, कूलर और फॉग की व्यवस्था की गई थी, लेकिन पीछे बैठे लोग काफी परेशान होते रहे। यहां एक बुजुर्ग पुरुष और महिला बेहोश हो गई। उनके साथ आए कुछ लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
बाहर के भक्तों ने आगे की जगह रोकी
कथा स्थल पर दो दिन पहले से ही भक्तों की भीड़ आना शुरू हो गई थी। जो भक्त बाहर से आए हैं वे पंडाल में ही सो रहे है। इसलिए कथा शुरू होने से पहले ही वे आगे वाली जगह अपने लिए रोक लेते हैं। राजस्थान, बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा सहित अन्य राज्यों के अलग-अलग शहरों से श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे हैं।
पहली बार उज्जैन में पंडित मिश्रा की शिव महापुराण कथा
पंडित मिश्रा की कथा के आयोजन का जिम्मा श्री विट्ठलेश सेवा समिति के पास है। समिति के प्रमुख व महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि उज्जैन में पहली बार सीहोर वाले कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा आयोजन किया जा रहा है। इस सात दिवसीय कथा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के उज्जैन आने का अनुमान है। रविवार से ही सैकड़ों श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंच गए हैं, जिन्होंने कथा स्थल पर अपनी जगह आरक्षित कर ली है। दरअसल, पंडित मिश्रा ने प्रण किया है कि देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में वे अपनी कथा का आयोजन करेंगे।