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जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति धार ने 181 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया।

धार

जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति धार ने 181 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया।

जिले और नगर की 9 विशिष्ट प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया।

“शिक्षक और सैनिक कभी सेवानिवृत्ति नहीं हो सकते।

सर्वत्र न्योछावर करने की क्षमता गुरु में हैं “- महामंडलेश्वर डॉ नरसिंहदास जी महाराज।

धार ।जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति धार ने “सेवानिवृत्त शिक्षकों का विश्व का सबसे बड़ा सम्मान समारोह” की श्रंखला में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को धार में शिक्षक सम्मान समारोह और विशिष्ट प्रतिभाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया।
श्रद्धा गार्डन में आयोजित गरिमामय समारोह के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर प.पू.श्री श्री 1008 डॉ नरसिंहदास जी महाराज मांडव तथा सम्माननीय अतिथिगण श्री ब्रजकांत शुक्ला सहायक आयुक्त जनजातिय कार्य विभाग, श्री रविंद्र वास्केल नगर पुलिस अधीक्षक,श्री पुरुषोत्तम बिश्नोई रक्षित निरीक्षक, श्रीमती भगवती काग जिला पेंशन अधिकारी एवं श्री दीपक सिसोदिया रीजनल मैनेजर भारतीय स्टेट बैंक मंचासीन रहे।

मंच पर संरक्षक श्री बबन अग्रवाल ,समिति के अध्यक्ष नारायण कुबेरजी जोशी और संस्थापक तथा सचिव सुरेश गोयल भी आसीन थे।
प्रारंभ में माँ सरस्वती एवं डॉक्टर राधाकृष्णनजी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं समक्ष में दीप प्रज्वलित कर सम्मान समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया। समिति के पदाधिकारीगण और सदस्यों ने मंचासीन सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
समिति के प्रवक्ता आशीष गोयल ने समिति का प्रतिवेदन एवं स्वागत भाषण देते हुए बताया कि विगत 40 वर्षों से समिति सेवानिवृत्त शिक्षकों का शॉल, श्रीफल ,माला और सम्मान पत्र से सम्मान कर रही है। समिति द्वारा इन वर्षों में लगभग 5600 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया जा चुका है ।समिति द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षकों के भोजन की व्यवस्था भी की जाती है ।साथ ही पूर्व वर्षो में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त ,राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों का भी सम्मान एवं हाई स्कूल तथा हायर सेकंडरी स्कूलों में 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाले प्राचार्यों का भी सम्मान किया जाता रहा है। विगत 10 वर्षों से समिति द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में धार और जिले का नाम राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाले विशिष्ट प्रतिभाओं का भी सम्मान किया जाता है। छोटे से स्तर से शुरू हुआ यह कार्यक्रम आज पूरे विश्व में एक अभिनव नवाचार उपलब्धि लिए हुए हैं। हमें पूरे देश से ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि इतने वर्षों से इस स्तर पर ऐसा सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है, इसलिए समिति को वर्ष 2022 में वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स लंदन द्वारा तथा पूर्व में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी 2018 में सम्मानित किया है और यह पूरे धार शहर के लिए गौरव की बात है कि वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इसे सेवानिवृत्त शिक्षकों का विश्व का सबसे बड़ा सम्मान समारोह का दर्जा दिया है। समसामयिक रूप से पर्यावरण, राष्ट्रीय और सामाजिक क्षेत्र में भी समिति सक्रिय है। नगर में 4 यात्री प्रतीक्षालय और आदर्श सड़क,धारेश्वर ,लालबाग तथा हैप्पी विला गार्डन में विगत वर्षों में विश्व पर्यावरण दिवस और हरियाली अमावस्या पर पौधारोपण का कार्य भी किया है। कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरण और 2 महीने 11 दिन तक कोरोना टीका का वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन भी समिति द्वारा किया गया। राष्ट्रीय और सामाजिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति के संस्थापक और सचिव सुरेशचंद्र गोयल ने बताया कि समारोह में जनजातिय कार्य विभाग और शिक्षा विभाग के 1सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक सेवानिवृत्त हुए 181 शिक्षकों का सम्मान किया गया।

साथ ही विशिष्ट प्रतिभाओं के अंतर्गत जिले में रेल आंदोलन की सर्वप्रथम आवाज उठाने वाले श्री पवन जैन गंगवाल, शास्त्रीय संगीत एवं पीपलखेड़ा आश्रम,विवेकानंद केंद्र में अपनी सेवा देने वाले श्री दीपक खलतकर, 60 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने वाली पेट्स वूमेन श्रीमती अनीता शर्मा, अवलिया नालछा से दो बार राष्ट्रीय कृषक पुरस्कार प्राप्त कर चुके उन्नत कृषक श्री सीताराम निगवाल, कोद के अंतरराष्ट्रीय शॉटगन खिलाड़ी भाई बहन कु. श्रेष्ठा सिसोदिया,श्री ज्योतिरादित्य सिसोदिया, राष्ट्रपति पुलिस पदक प्राप्त राजोद के श्री रामरतन धाकड़, सांस्कृतिक कलाकार श्री राजेश सक्सेना और कड़े संघर्ष के बाद चाय की दुकान चलाते हुए पीएचडी करने वाले श्री संतोष जोशी को स्मृति चिन्ह, सम्मान पत्र, श्रीफल और माला से सम्मानित किया गया।

समारोह में आभार प्रदर्शन समिति उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर बोडा और सुचारू संचालन प्रसिद्ध साहित्यकार और वरिष्ठ शिक्षाविद डॉ श्रीकांत द्विवेदी ने किया।

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर डॉ नरसिंहदास जी महाराज ने कहा कि शिक्षक और सैनिक कभी सेवानिवृत्ति नहीं हो सकते,सर्वत्र न्योछावर करने की क्षमता गुरु में है। एक साथ इतने गुरुओं का दर्शन मेरा सौभाग्य है। गुरु की कृपा किसी निरीह प्राणी पर हो जाए तो वह भी ज्ञानवान हो जाता है। जिस ज्ञान गंगा से आपने शिष्यों को तैयार किया है,संस्कारीत शिक्षा में ढाला है, आप सभी गुरुजनों का यह क्रम सेवानिवृत्ति के बाद भी जारी रहना चाहिए।

लगातार 40 वर्षों से कार्यक्रम करने पर समिति को साधुवाद और आशीर्वाद दिया।

जनजातिय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त श्री बृजकांत शुक्ला ने कहा कि व्यक्ति के संस्कार का रचयिता शिक्षक ही होता है। आप सभी सेवानिवृत शिक्षक सेवानिवृत्ति के बाद भी बच्चों को सत्य,चरित्र और मेहनत के सदगुणो से अवगत कराते रहे। नए शिक्षकों को आपके अनुभव से सकारात्मक लाभ मिले यह कामना करता हूँ।

नगर पुलिस अधीक्षक श्री रविंद्र वास्कले ने कहा कि सोशल मीडिया के इस युग में तकनीकी शिक्षा की भी बहुत आवश्यकता है। किसी भी प्रकार की ऑनलाइन डिजिटल गिरफ्तारी कभी भी नहीं होती है। आप सभी सावधान रहें और दूसरों को भी सावधान करें।

रक्षित निरीक्षक श्री पुरुषोत्तम विश्नोई ने शैक्षणिक जीवन को याद करते हुए कहा कि हर परिस्थिति में शिक्षक का सम्मान होना चाहिए। शिक्षक समाज और देश का भविष्य निर्माता है। ऐसे अनुकरणीय कार्य करने के लिए संस्था को बहुत-बहुत बधाई दी।

जिला पेंशन अधिकारी श्रीमती भगवती काग ने पेंशन से संबंधित विषय को विस्तार से समझाया और कहा कि पेंशन प्रकरण, पी पीओ भविष्य के लिए आप सभी संभाल कर रखें। कोषालय में कोई समस्या आने पर सहायता का आश्वासन दिया।

भारतीय स्टेट बैंक के रीजनल मैनेजर श्री दीपक सिसोदिया ने सभी सेवानिवृत शिक्षकों को द्वितीय पारी की शुभकामना दी और बैंकिंग के नियमों के बारे में जानकारी दी। ऑनलाइन फ्रॉड, ओटीपी साझा नहीं करना और कभी भी किसी दबाव में नहीं आने के लिए उन्होंने प्रेरित किया।

नन्ही सी बालिका मुक्ता और हिमानी अंकुर पालीवाल ने सरस्वती और गुरु वंदना नृत्य के साथ प्रस्तुत करी। श्री हरजीत सिंह होरा ने गुरु वंदना प्रस्तुत करी। सरस्वती वंदना का गायन श्रीमती अरुणा बोड़ा ने किया।

समस्त अतिथियों का स्वागत एवं स्मृति चिन्ह संरक्षक बबन अग्रवाल , अध्यक्ष नारायण कुबेर जोशी ,संस्थापक और सचिव सुरेशचंद गोयल, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के मैनेजर बी संतोष, विवेक शर्मा,उपाध्यक्षगण कृष्ण कुमार गोयल, लक्ष्मीनारायण मुकाती,ब्रजकिशोर बोडा, कोषाध्यक्ष रमेश सोलंकी,सह सचिव गंगासिंह सिसोदिया,सतीश शर्मा, अशोक वर्मा, हरजीत होरा, अंकुर पालीवाल ने भेंट किए। समारोह को सफल बनाने में रमेश ठाकुर ,इरफान पठान, राजेश अग्रवाल,अनूप गुप्ता,श्रीमती अरुणा बोड़ा, श्रीमती मनजीत कौर होरा,भुवान बघेल ,अमृतलाल जैन,सुरेश व्यास, संभाजीराव मोहिते, नंदकिशोर उपाध्याय, प्रभाकर खामकर, रामगोपाल वेद ,देवेंद्र जोशी, राजेंद्र पाल सिंह डंग आदि का सहयोग रहा। समारोह में गणमान्य नागरिक ,जनप्रतिनिधिगण, शासकीय अधिकारी, पत्रकारगण ,मीडियाकर्मी आदि उपस्थित थे। यह जानकारी समिति के प्रवक्ता आशीष गोयल ने दी।

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