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शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत बोध विषय पर संगोष्ठी संपन्न
कटनी
शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत बोध विषय पर संगोष्ठी संपन्न
कटनी – शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत बोध विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता बंदना मिश्रा सहायक प्राध्यापक राजनीति शास्त्र शासकीय कन्या महाविद्यालय कटनी रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के डॉक्टर चित्रा प्रभात विभागाध्यक्ष राजनीति शास्त्र की उपस्थिति में संपन्न हुआ। अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
डॉक्टर एम पी यादव विभागाध्यक्ष भौतिक शास्त्र द्वारा विषय प्रवर्तन प्रस्तुत किया गया। डॉ एम पी यादव ने कहा कि भारत बोध को समझने के लिए भागवत गीता, रामायण, महाभारत, हमारे प्राचीन ग्रंथों को समझने की आवश्यकता है। मुख्य वक्ता श्रीमती बंदना मिश्रा ने भारत बोध को समझाते हुए कहा कि भारत और बोध दो अलग-अलग शब्द है। तथा उन्होंने कहा कि भारत को समझना और उसकी अनुभूत करना ही भारत बोध है। उन्होंने आजादी के पहले भारत तथा आजादी के बाद भारत के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उन्होंने कहा कि भारत बोध का शब्द बहुआयामी है भारत को समझने की बात प्राचीन समय से होता आ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की सांस्कृतिक एवं भौगोलिक स्थिति के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से जानकारी प्रदान की।
डॉक्टर के पी मिश्रा ने भारत बोध विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि भारत बोध की जरूरत क्यों,भारत को समझने के लिए 4 बिंदुओं पर ध्यान देने की जरूरत है सबसे पहले भारत को मानो, भारत को जानो, उसके बाद भारत के बनो और सबसे आखिर में भारत को बनाओ के बारे में जानकारी दी। आजादी के पहले भारत को समझने के लिए आलोचना आत्मक तरीके से भारत को समझना चाहिए। डॉक्टर चित्रा प्रभात प्राध्यापक राजनीति शास्त्र एवं विभागाध्यक्ष ने कर्तव्यनिष्ठा, समर्पण भाव भारत के इतिहास का अध्ययन करने की आवश्यकता है। डॉ माधुरी गर्ग प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष हिंदी ने आजादी के अमृत महोत्सव तथा भारत बोध पर विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस संगोष्ठी में डॉक्टर हेमलता गर्ग प्राध्यापक विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र,डॉ नाहिद सिद्दीकी विभागाध्यक्ष अंग्रेजी, प्रोफेसर पद्मजा शुक्ला विभागाध्यक्ष जंतु विज्ञान, प्रोफेसर ज्योत्सना आठ्या विभागाध्यक्ष बाटनी, प्रोफेसर उर्मिला दुबे, प्रोफेसर जी एम मुस्तफा, डॉ राजकुमार,अतुल कुमार, डॉ धीरज कुमार खरे महाविद्यालय के अधिकारी,कर्मचारी एवं विद्यार्थियों की उपस्थित सराहनीय रही। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर रुकमणी प्रताप सिंह एवं आभार प्रदर्शन डॉक्टर संतोष कुमार सिंह द्वारा किया गया।