रोचक मुकाबले के लिए जानी जाती हैं जबलपुर की दो विधानसभा सीेटें
एमपी के विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे जैसे पास आती जा रही है वैसे वैसे चुनावी सक्रियता भी लगातार तेज होती जा रही है। इस बार दोनों ही प्रमुख दलों बीजेपी और कांग्रेस की महाकौशल पर गहरी नजर है। इनमें भी खासतौर पर जबलपुर की विधानसभा सीटों पर दोनों दल फोकस कर रहे हैं।
जबलपुर की विधानसभा जोकि 2006 तक मध्य व उसके बाद उत्तर विधानसभा हो गई जहां हर चुनाव में मुकाबला रोचक रहा। यहां 1980 से अब 2018 के बीच हुए 9 मुख्य निर्वाचन व एक उपचुनाव हुआ। उपचुनाव में यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। जबकि मुख्य चुनाव में भााजपा ने 7 तो कांग्रेस ने 2 में जीत दर्ज की।
मध्य विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवार हाजी इनायत ने 1980 में जीत दर्ज की। इसके बाद यहां से भाजपा के ओंकार प्रसाद तिवारी ने जीत का चौंका लगाया। हलांकि 2001 में उनके निधन के बाद रिक्त हुई सीट के कारण हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने यहां से जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के नरेश सराफ यहां से विधायक निर्वाचित हुए थे। इसके बाद से 2013 तक फिर यह सीट भाजपा के कब्जे में थी। 2018 में कांग्रेस ने भाजपा से यह सीट अपने कब्जे में ली।
1980
कांग्रेस: हाजी इनायत: 16506
भाजपा : जयश्री बैनर्जी:11676
अंतर: 4830
1985:
भाजपा: ओंकार प्रसाद तिवारी: 16286
कांग्रेस: ललित श्रीवास्तव: 16115
हार-जीत का अंतर: 171
1990:
भाजपा: ओंकार प्रसाद तिवारी: 21401
कांग्रेस: मुलायम चंद्र जैन: 13076
हार-जीत का अंतर: 8325
1993
भाजपा: ओंकार प्रसाद तिवारी: 22734
कांग्रेस: राममूर्ति मिश्रा : 18036
हार-जीत का अंतर: 4698
1998:
भाजपा: ओंकार प्रसाद तिवारी: 21163
कांग्रेस: ललित श्रीवास्तव : 15608
हार जीत का अंतर: 5555
2001 उपचुनाव:
कांग्रेस: नरेश सराफ
भाजपा : अनारो देवी
हार जीत का अंतर:
2003:
भाजपा: शरद जैन: 30266
कांग्रेस: नरेश सराफ : 27012
हारजीत का अंतर: 2354
2008:
भाजपा: शरद जैन: 55449
कांग्रेस: कदीर सोनी: 35403
हार जीत का अंतर: 20026
2013
भाजपा: शरद जैन: 74656
कांग्रेस: नरेश शराफ: 41093
हार-जीत का अंतर: 33563