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 मध्यप्रदेश के बड़े जिलों में शुमार जिला धार से पृथक कर जिले की बड़ी तहसील कुक्षी को जिला बनाने की मांग निरंतर जारी है।

कुक्षी

 मध्यप्रदेश के बड़े जिलों में शुमार जिला धार से पृथक कर जिले की बड़ी तहसील कुक्षी को जिला बनाने की मांग निरंतर जारी है।

कुक्षी:-
हमने मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान, समर्थन-पत्र अभियान व मांग-पत्र प्रेषित किये गए थे। सभी दृष्टि से कुक्षी जिला बनाये जाने हेतु सक्षम है।
कुक्षी जिला बनाओ आंदोलन” व जनहित मंच “जनादेश सरकार” प्रमुख सोमेश्वर पाटीदार द्वारा आरएसएस प्रमुख व प्रधानमंत्री को दिनांक: 15 अगस्त 2023 स्वतंत्रता दिवस से “मध्यप्रदेश की सत्ता परिवर्तन पदयात्रा” को लेकर लिखे पत्र में है।

शासन ने हमारी मांग पर कार्यवाही करते हुए कुक्षी को जिला बनाने के सम्बंध में दिनांक: 03/01/2021 को राजस्व विभाग ने धार कलेक्टर को पत्र प्रेषित किया। जिसकी प्रतिलिपि आंदोलन प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता सोमेश्वर पाटीदार को भी प्राप्त हुई थी। अवर सचिव सुमन रायकवार के पत्र क्रमांक-861/894/2019/सात-7 भोपाल दिनांक-28/12/2019 में उल्लेखित है कि, कुक्षी जिला बनाने विषयक प्रकरण के सम्बंध में मुख्यमंत्री कार्यालय के पत्र क्रमांक-17572/सीएमएस/पीयूबी/2019, दिनांक-11/09/2019 संलग्न आदेशानुसार लेख है कि, कुक्षी को जिला बनाने के सम्बंध में आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट कर, प्रतिवेदन अभिमत सहित इस विभाग को भेजे। जिसके पश्चात दिनांक: 02/02/2020 को बिंदुवार मय नज़री नक्शे जानकारी हमारे द्वारा भी भेज दी गई थी।

यह भी है कि, उपरोक्त मांग को लेकर प्रदेश सरकार व प्रशासन को लगातार ध्यानाकर्षित करवाने हेतु मुख्यमंत्री को खून से लिखा पत्र भी प्रेषित किया था।
दिनांक : 27 फरवरी 2022 से अनिश्चिकालीन साप्ताहिक धरना प्रदर्शन प्रति रविवार रात्रि 8 से 10 बजे जून 2023 तक किया गया।

आरएसएस के कार्यो की दृष्टि से भी कुक्षी जिला है, जिस पर म.प्र.शासन की मोहर लगाकर कुक्षी को जिला बनाने की मांग को लेकर दिनांक : 25 मई 2022 से 03 जून 2022 तक लगभग 800 किमी की दूरी तय कर साइकिल यात्रा करते हुए कुक्षी से आरएसएस मुख्यालय नागपुर (महाराष्ट्र) पहुँचकर भी मांग प्रस्ताव पत्र सौपा था एवं पूर्व में कुक्षी को जिला बनाने की मांग को लेकर दिनांक: 07 अक्टूम्बर 2021 गुरुवार (शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिवस) से 26 जनवरी 2022 गणतंत्र दिवस (112 दिवस) तक मौन भी रहा हूँ।
इसी मनोकामना को लेकर संभावित कुक्षी जिला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर शिव आराधना के पवित्र श्रावण माह में 12 शिवलिंगों का अभिषेक किया गया।
दिनांक:25 नवंबर 2022 से “जनहित का सफ़र” नामक जनसंपर्क यात्रा जारी है, जिसमें हम संभावित कुक्षी जिला क्षेत्र के कुक्षी, मनावर, गंधवानी विधानसभा क्षेत्रों में गाँव-गाँव, फलिए-फलिए पहुँचकर ग्रामीणों से आपके (मुख्यमंत्री) के नाम कुक्षी जिला बनाने हेतु पोस्ट कार्ड प्रेषित करवा रहे व हस्ताक्षर अभियान भी चला रहें है। साथ ही कुक्षी जिला बनने से क्षेत्र का विकास व आमजनों को क्या लाभ होगा, उसकी विस्तृत में जानकारी देते हूए संवाद किया गया।

संभावित कुक्षी जिला क्षेत्र के व्यापारी संघ ने “कुक्षी जिला बनाओ आंदोलन” के समर्थन में सांकेतिक स्वेच्छिक नगर बंद कर व्यापार बंद रखा था।
हमारी जनहितैषी मांग पर संवैधानिक पद पर होकर भी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के भेदभावपूर्ण रवैये के कारण शारदीय नवरात्र (वर्ष-2022) की महानवमी से जूते चप्पल का त्याग कर नंगे पैर चलता हूँ। कुक्षी जिला बनने के पश्चात माँ नर्मदा पैदल परिक्रमा एवं कुक्षी से माँ कालिका मंदिर पावागढ (गुजरात) पदयात्रा का संकल्प भी लिया है।

पाटीदार ने कहा कि, दिनांक: 31 मई 2023 बुधवार माँ गायत्री जन्मोत्सव के दिन से मैं अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठा था।
मेरे द्वारा मुख्यमंत्री सहित तमाम शासन-प्रशासन, विपक्ष, जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर सूचना दी गई थी।
जनहितैषी मांग हेतु उपवास के दौरान संभावित कुक्षी जिला क्षेत्र के सामाजिक धार्मिक राजनीतिक संगठन पदाधिकारियों व आमजनों ने उपस्थित होकर सहयोग समर्थन किया।

मैं सिर्फ जल ग्रहण कर उपवास पर होने से दिनोंदिन स्वास्थ्य बिगड़ता गया, जिसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उच्च स्तर पर भेजी गई थी। बावजूद म.प्र. शासन ने पूरी तरह हमें नज़रअंदाज़ कर दिया गया।शांतिपूर्ण उपवास के दौरान म.प्र. शासन स्तर से एक भी प्रतिनिधि आश्वस्त करने नही पहुँचा। यह भी कि, इतने वर्षो से उपरोक्त गतिविधियों के साथ ही समय-समय पर मांग प्रस्ताव ज्ञापन पत्र दिये, उनका भी कोई प्रतिउत्तर अब तक प्राप्त नही हुआ है।
इतना पीड़ित हूँ प्रदेश सरकार से कि, उपवास के दौरान ही महामहिम राष्ट्रपति महोदय को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु तक कि अनुमति मांगी है।
उपवास के दसवें दिन दिनांक: 09 जून 2023 शुक्रवार को क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल के आग्रह पर धार जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष कमलकिशोर पाटीदार ने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आते ही कुक्षी जिला बनेगा लिखित आश्वासन देकर उपवास समाप्त करवाया।
उपवास समाप्त कर यह संकल्प लिया है कि, कुक्षी को जिला बनाये जाने तक अन्न का त्याग कर जल व फल ग्रहण करूँगा और अनशन जारी है।

आंदोलन प्रमुख ने कहा कि, हम निःस्वार्थ भाव से जन-जन के हित में विकास की महत्वपूर्ण मांग को परिणाम तक पहुँचाने हेतु निर्विकल्प होकर दृढ़ संकल्पित है। पूर्व में लिखे पत्र में स्पष्ट उल्लेखित किया था कि, यदि आगामी दिनांक: 31 जुलाई 2023 तक म.प्र. शासन ने कुक्षी को जिला नही बनाया, तो जो “कुक्षी जिला बनाओ आंदोलन” का सहयोग करेगा, हम भी उसका ही सहयोग करेंगे। साथ ही म.प्र. में कुक्षी से राजधानी भोपाल तक “शिवराज हटाओ प्रदेश बचाओं सत्ता परिवर्तन यात्रा” करूँगा। शिवराज सिंह ने रीवा के मऊगंज और उज्जैन के नागदा को जिला बनाने की घोषणा हालही में की है। जबकि, हम कुक्षी क्षेत्र के लोग बरसों से अपनी जायज मांग हेतु संघर्षरत है। अब समय आ गया है कि, हम दिनांक: 15 अगस्त 2023 मंगलवार स्वतंत्रता दिवस से “मध्यप्रदेश की सत्ता परिवर्तन पदयात्रा” कुक्षी से प्रारंभ कर भोपाल तक पहुचेंगे। कुक्षी क्षेत्र की उपेक्षा के विषयों के साथ ही यात्रा के दौरान आने वाले क्षेत्रों की समस्या व मांगों सहित प्रादेशिक मुद्दों पर संवाद करते हुए जनजागृति करेंगे।
अहंकार में डूबी प्रदेश सरकार को ध्यान रहें, शिवराज सरकार से ऊपर भी पंचमुखी माँ गायत्री की सरकार है।
4 माह बाद मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार नही रहेगी।
उक्त यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार अप्रिय घटनाक्रम होने पर जिम्मेदार शासन-प्रशासन होगा।
पाटीदार ने चेतवानीपूर्वक अनुरोध किया है कि, म.प्र. शासन कुक्षी को अतिशीघ्र जिला घोषित कर स्थापित करें। अन्यथा कुक्षी जिला नही, तो प्रदेश में भाजपा सरकार भी नही रहेगी।

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