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भाजपा और हिन्दू संगठनों में पदाधिकारी रहे हरिराम पटेल ने धार विधानसभा से निर्दलीय ठोकी ताल

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भाजपा और हिन्दू संगठनों में पदाधिकारी रहे हरिराम पटेल ने धार विधानसभा से निर्दलीय ठोकी ताल

धार विधानसभा के सबसे कद्दावर आदिवासी नेता है पटेल

विधानसभा चुनावो की तारीखे जैसे करीब आती जा रही है, वैसे वैसे सत्ताधारी भाजपा की मुश्किलें बढती जा रही है | ताजा मामला धार विधानसभा का है जहा से पूर्व केन्द्रीय मंत्री और दिग्गज भाजपा नेता विक्रम वर्मा की पत्नी नीना वर्मा विधायक है | धार विधानसभा वैसे तो अनारक्षित सीट है, परन्तु यहाँ भी 35से 40 हजार वोटर आदिवासी समाज से आते है, जो निर्णायक भूमिका में होकर हार जीत का अंतर तय करते है | हरिराम पटेल इसी समाज के धार के सबसे बड़े नेता है और पटेलिया आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष है |

गौरतलब है की पटेल भाजपा और अनुसांगिक हिन्दू संगठनो में प्रदेश स्तर के पदाधिकारी रहे है | विश्व हिन्दू परिषद् में जिला गोरक्षा प्रमुख के दायित्व पर रहते हुए कई बार गौ माता को तस्करों से मुक्त करवाया है | हरिराम जी भोजशाला मुक्ति आन्दोलन से प्रारंभिक दौर से जुड़े है | भाजपा की सदस्यता लेने के बाद अजजा मोर्चे में जिला महामंत्री और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रहे है | ग्रह ग्राम देलमी के सरपंच पद पर रहे । पूर्णकालिक कार्यकर्त्ता के रूप में सेवाए देते हुए सेंधवा नगर पालिका चुनाव में विस्तारक; भीकनगांव, बडवाह, सांवेर(उपचुनाव) और अमरावती(महाराष्ट्र) विधानसभा में विस्तारक और खरगोन बडवानी लोकसभा क्षेत्र में विस्तारक के रूप में कार्य किया है ।

हरिराम पटेल भाजपा के वह “नीव के पत्थर” है जो पार्टी में लगातार बढ़ती गुटबाजी और पट्ठेबाजी का शिकार हुए और लगातार चुनौतीपूर्ण कार्य करने के बावजूद हाशिए पर धकेल दिए गए ।

पिछले कई महीनो से वे बागी तेवर भी दिखा रहे थे, वरन अपने गृह क्षेत्र से बाहर जाकर क्षेत्र क्रमांक __ से निर्दलीय जिला पंचायत चुनाव भी लड़े । परंतु जिले से लेकर प्रदेश तक के नेताओ को इस जमीनी नेता की सुध लेने की फुरसत नहीं मिली । हमेशा भाजपा और कांग्रेस के बीच टप्पा खाने वाली धार विधानसभा में हरिराम पटेल के उतरने से मुकाबला काफी दिलचस्प और त्रिकोणीय हो गया हैं ।

ज्ञात हो कि हरिराम पटेल पूर्व में भी 2009 का लोकसभा चुनाव निर्दलीय लड़कर 12,000 वोट लाए थे । इस चुनाव में भाजपा के मुकाम सिंह किराड़े कांग्रेस के गजेंद्र सिंह राजुखेड़ी से मात्र 2600 वोटों से सांसदी हार गए थे ।
इस बार विधानसभा चुनाव में भी भाजपा हरिराम पटेल को मनाने में सफल हो जाती है तो ठीक है, वरना धार में 2009 लोकसभा का इतिहास दोहराने की पूरी पूरी संभावना हैं ।

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