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बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्म जयंती पर आयोजित किया समानता पर्व

सागर

बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्म जयंती पर आयोजित किया समानता पर्व
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सामाजिक समरसता और दलित वर्ग उत्थान के अग्रदूत थे बाबा साहब: अतुल निझावन
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मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132 वीं जन्म जयंती के अवसर पर समानता पर्व कार्यक्रम का आयोजन पुरानी कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में किया गया ।
राज्य शासन के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा भारतरत्न डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जन्म जयंती को समानता पर्व का आयोजन मुख्य अतिथि श्री अतुल निझावन सलाहकार जन अभियान परिषद अध्यक्षता श्री नारायण प्रसाद कबीरपंथी, मुख्य वक्ता आचार्य पंडित महेश दत्त त्रिपाठी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय साहित्य सृजन मंच, विशिष्ट अतिथि के.के.मिश्रा जिला समन्वयक जन अभियान परिषद, चंद्र प्रकाश शुक्ला अध्यक्ष बाल कल्याण समिति , अनिल लारिया वरिष्ठ समाजसेवी आदि की उपस्थित में बाबा साहब के चित्र के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर मनाया गया।
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मुख्य वक्ता अखिल भारतीय साहित्य सृजन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य पंडित महेश दत्त त्रिपाठी ने कहा की बाबासाहेब डॉ. अंबेडकर संपूर्ण मानवता विशेषकर वंचित वर्गों के उत्थान हेतु भगवान बुद्ध की करुणा दया से प्रभावित होकर समतामूलक समाज की स्थापना में सदैव समर्पित रहे। उन्होंने एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं स्वामी दयानंद सरस्वती के विचारों को आत्मसात कर संविधान निर्माण में महिला शक्ति को सशक्त बनाने प्रभावी योगदान दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अतुल निझावन द्वारा सामाजिक समरसता और दलित वर्ग के उत्थान के अग्रदूत बाबा साहब की जन्म जयंती भारत समेत पूरे विश्व में मनाई जाती है। इस दिन को ’समानता दिवस’ और ’ज्ञान दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले अंबेडकर को समानता और ज्ञान के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।बाबा साहब का प्रारंभिक जीवन बहुत ही संघर्षमय रहा लेकिन उन्होंने सभी संघर्षों और कठिनाइयों का सामना बहुत ही धैर्य के साथ किया और विश्व के सबसे अधिक उपाधि अर्जित करने वाले व्यक्ति के रूप में ख्याति प्राप्त की। बाबा साहब अंबेडकर को 32 डिग्रियां प्राप्त थी।उनको नॉलेज ऑफ सिंबल के रूप में भी जाना जाता है।
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कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नारायणप्रसाद कबीरपंथी पूर्व मंत्री ने भारत रत्न डॉक्टर बाबा साहब अम्बेडकर के जीवन परिचय एवं संघर्ष के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बाबा साहब का जन्म 14 अप्रैल 1891 में मध्यप्रदेश के महू में हुआ था। बाबासाहेब अंबेडकर ने भारत के अंदर दलित समाज के पुनरुत्थान और उनको सामाजिक बराबरी के लिए सतत संघर्ष किया। बाबा साहब द्वारा दलित समाज के उत्थान के लिए चलाए गए विभिन्न आंदोलन के संबंध में जानकारी प्रदान की। विशिष्ट अतिथि अनिल लारिया द्वारा अपने उद्बोधन में सभी से आह्वान किया गया कि समाज के सभी जाति वर्ग के लोग हिंदू समाज के ही अंग हैं सभी समाज के उत्थान से ही देश और समाज का उत्थान होगा।
विशिष्ट अतिथि चंद्र प्रकाश शुक्ला द्वारा बताया गया कि बाबा साहब अंबेडकर को सामाजिक समरसता एवं दलित पुनरुत्थान के अग्रदूत के रूप में पूजा जाता है। समानता पर्व कार्यक्रम में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के ग्राम / नगर विकास प्रस्फुटन समिति एवं मुख्यमंत्री नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के मेंटर्स एवं छात्रों तथा नगर की स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा सहभागिता की गई। कार्यक्रम का आभार के के मिश्रा जिला समन्वयक एवं संचालन गजेंद्र ठाकुर द्वारा किया गया।
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