देवास में चल रही तीन दिवसीय प्रदर्शनी का कवि सम्मेलन के साथ समापन हुआ
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केंद्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत देवास में चल रही तीन दिवसीय स्वतंत्रता संग्राम की गाथा और सरकार की 8 साल की उपलब्धियों पर केंद्रित प्रदर्शनी का कवि सम्मेलन के साथ समापन हुआ।
तीसरे दिन कवि सम्मेलन से पूर्व विभागीय सांस्कृतिक दल “भारती कला संगम” के कलाकारों ने दल निर्देशक श्री अनिल भारती के निर्देशन में शानदार मनमोहक प्रस्तुतियां दी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में मयूर एवं भवाई नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा भवाई नृत्य के माध्यम से कलाकार अनिल भारती ने नृत्य के साथ अपने सिर पर 6 घड़े रखकर नृत्य किया, जो आकर्षक और मनमोहक रहा। इस अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो के प्रचार अधिकारी दिलीप सिंह परमार ने प्रश्न मंच के जरिए स्वतंत्रता संग्राम और केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा की। सही जवाब देने वालों को विभाग की ओर से पुरस्कारों से नवाजा गया।
इसी शाम उपस्थित जनों के बीच योगाचार्य डॉ शशि कला यादव ने योगासन कर लोगों को योग के फायदे बताएं। डॉ यादव ने लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। डॉ यादव ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए हर एक व्यक्ति को योग करना चाहिए। योग एक ऐसी विधा है जिसे हम कहीं पर भी किसी भी समय कर सकते हैं। इसमें किसी प्रकार का कोई खर्च नहीं होता है। यदि व्यक्ति प्रतिदिन 10 मिनट का समय योग में देता है तो वह आजीवन निरोगी और प्रसन्न रह सकता है।
विराट कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि श्री रायसिंह सेंधव, श्री अजब सिंह ठाकुर न समस्त कवियों का सम्मान किया गया। सरस्वती वंदना के पश्चात् नवीन रचनाकार कवि मोहन राठौड़ ने राष्ट्र-वंदना की, दादा राजेश चौधरी ने अपने गीतों की प्रस्तुति दी, ओमप्रकाश जी यादव के गीतों ने समां बाँधा, श्री नरेंद्र नवगोत्री के हास्य व्यंग्य की प्रस्तुति के बाद धीरज शाह ने अपनी काव्य-प्रस्तुति दी। राजभँवरसिंह सैंधव ने अपने वीररस की कविता प्रस्तुत की तथा अंत में सम्मान मुर्ति श्री नगजीराम जी का अध्यक्षीय काव्य-पाठ हुआ। कवि सम्मेलन का संचालन युवा कवि सक्षम राहुल ने किया।
तीन दिवसीय प्रदर्शनी के समापन अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन के पूर्व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की परिजनों सम्मान की प्रक्रिया में श्री श्यामलाल जी पाराशर आप मूलतः रायपुर छत्तीसगढ़ से हैं। आप वर्ष 1955 में गोवा मुक्ति आंदोलन में अपने मित्रों के साथ गये थे और जब उस आंदोलन में आपको राजाभाऊ महाँकाल के बलिदान होने का समाचार मिला, तब आपने अपने साथियों के साथ उनका अंतिम संस्कार किया। वर्ष 2002 में आपको राज्य सरकार द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ था । उनकी ओर से उनकी पत्नी श्रीमति शशिकला पाराशर जी का सम्मान किया। साथ ही नगजीराम जी साथी को सम्मानित किया ,आप देवास नगर के वरिष्ठ साहित्यकार है। आपने जीवन भर आपके नगर से सीमा पर बलिदान होने वाले वीर सैनिकों की जीवनी एकत्र कर उनपर अपनी कविताएँ लिखी, विगत वर्ष केबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल द्वारा आपको आपकी इस साधना के लिए सम्मानित किया गया था। देवास में चली तीन दिवसीय प्रदर्शनी में आम नागरिकों ने गहरी रुचि दिखाई ।इन 3 दिनों में आजीविका मिशन, महाविद्यालय के छात्र छात्राओ, स्व सहायता समूह की बहनों के अलावा आम नागरिकों की भागीदारी रही। लोगों, दर्शकों की प्रतिक्रिया अनुसार प्रदर्शनी ज्ञानवर्धक होने के साथ ही आकर्षक थी। जहां शिक्षा, मनोरंजन और समझाइश काबिले तारीफ थी।