जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति ने 243 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया। जिले और नगर की 12 विशिष्ट प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया।
जीवन में राष्ट्र, समाज, परिवार के प्रति सामाजिक कर्तव्य को पूर्ण कराने में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है -श्री विक्रम वर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री
शिक्षक केवल शासकीय सेवक नहीं होकर समाज जागरण का दायित्व पूरा कराने वाले महानुभव होते हैं- श्री पंकज जैन कलेक्टर
शिक्षक धरती का सबसे बड़ा पद होकर हम सभी का भविष्य निर्माता है -श्री छतर सिंह दरबार सांसद
शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता- श्री सरदार सिंह मेड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष
धार ।जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति धार ने” सेवानिवृत्त शिक्षकों का विश्व का सबसे बड़ा सम्मान समारोह” की श्रंखला में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को धार में शिक्षक सम्मान समारोह और विशिष्ट प्रतिभाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया ।आयोजित गरिमामय समारोह में सम्मानीय अतिथिगण के रुप में श्री विक्रम वर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री, श्री छतरसिंह दरबार सांसद, श्री सरदारसिंह मेड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष, श्री पंकज जैन जिलाधीश धार,श्री आदित्य प्रताप सिंह एस पी,श्री के एल मीणा सीईओ जिला पंचायत, श्री पर्वतसिंह चौहान नपाध्यक्ष ,श्री महेंद्र शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी, श्रीमती सुप्रिया बिसेन सहायक संचालक जनजातिय कार्य विभाग ,श्री डी सी सेते डीपीसी, श्रीमती भगवती काग जिला पेंशन अधिकारी की उपस्थिति रही। मंच पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक नवीन चौहान,संरक्षक श्री रामनारायण धाकड़ एवं श्री बबन अग्रवाल ,समिति के अध्यक्ष नारायण कुबेरजी जोशी और संस्थापक तथा सचिव सुरेश गोयल भी आसीन थे।
प्रारंभ में माँ सरस्वती एवं डॉक्टर राधाकृष्णनजी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं समक्ष में दीप प्रज्वलित कर सम्मान समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया। समिति के पदाधिकारीगण और सदस्यों ने मंचासीन सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
समिति के प्रवक्ता आशीष गोयल ने समिति का प्रतिवेदन देते हुए बताया कि विगत 38 वर्षों से समिति सेवानिवृत्त शिक्षकों का शॉल, श्रीफल ,माला और सम्मान पत्र से सम्मान कर रही है। समिति द्वारा इन वर्षों में लगभग 5200 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया जा चुका है ।समिति द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षकों के भोजन की व्यवस्था भी की जाती है ।साथ ही पूर्व वर्षो में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त ,राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों का भी सम्मान एवं हाई स्कूल तथा हायर सेकंडरी स्कूलों में 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाले प्राचार्यों का भी सम्मान किया जाता रहा है। विगत 8 वर्षों से समिति द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में धार और जिले का नाम राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाले विशिष्ट प्रतिभाओं का भी सम्मान किया जाता है। छोटे से स्तर से शुरू हुआ यह कार्यक्रम आज पूरे विश्व में एक अभिनव नवाचार उपलब्धि लिए हुए हैं। हमें पूरे देश से ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि इतने वर्षों से इस स्तर पर ऐसा सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है इसलिए समिति को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी 2018 में सम्मानित किया है और यह पूरे धार शहर के लिए गौरव की बात है कि गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इसे सेवानिवृत्त शिक्षकों का विश्व का सबसे बड़ा सम्मान समारोह का दर्जा दिया है। समसामयिक रूप से पर्यावरण, राष्ट्रीय और सामाजिक क्षेत्र में भी समिति सक्रिय है। नगर में 4 यात्री प्रतीक्षालय और आदर्श सड़क,धारेश्वर ,लालबाग तथा हैप्पी विला गार्डन में विगत वर्षों में विश्व पर्यावरण दिवस और हरियाली अमावस्या पर पौधारोपण का कार्य भी किया है। कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरण और गत वर्ष 2 महीने 11 दिन तक कोरोना टीका का वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन भी समिति द्वारा किया गया।
जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति के संस्थापक और सचिव सुरेशचंद्र गोयल ने बताया कि समारोह में जनजातिय कार्य विभाग और शिक्षा विभाग के 1सितंबर 2021 से 31 अगस्त 2022 तक सेवानिवृत्त हुए 243 शिक्षकों का सम्मान किया गया।
साथ ही आईपीएस में चयनित धार की बिटिया ट्विंकल जैन, सिविल जज में चयनित अरुण सिंह ठाकुर, थॉमस कप विजेता प्रियांशु राजावत, एमबीए चायवाला के नाम से आत्मनिर्भर भारत के आइकॉन प्रफुल्ल बिल्लोरे ,मुख्य नगरपालिका अधिकारी धार निशिकांत शुक्ला, भारतीय फुटबॉल टीम में चयनित ज्योति चौहान, स्क्वाडर्न लीडर मनाली शर्मा ,वरिष्ठ लेखक, साहित्यकार नंदकिशोर उपाध्याय, 5000 से 6000 सांपों को पकड़ कर निशुल्क जंगल में छोड़ने वाले भय्यूराम गुप्ता ,कई महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराने वाली समर्पित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राजू बाई मोरे, नन्ही उम्र का मोजेक पोट्रेट बनाने वाला कलाकार आरव नायक और पोलैंड में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में भौतिक शास्त्र में धार का प्रतिनिधित्व कर व्याख्यान देने वाले प्रोफेसर सागर सेन का भी सम्मान किया।
समारोह में स्वागत भाषण समिति कोषाध्यक्ष रमेश सोलंकी ,आभार प्रदर्शन समिति उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर बोडा और सुचारू संचालन मोटिवेशनल स्पीकर और वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा ने किया।
नन्ही सी बालिका मुक्ता अंकुर पालीवाल ने सरस्वती वंदना नृत्य के साथ प्रस्तुत करी,वही समिति के ही श्री हरजीत सिंह होरा ने गुरु वंदना प्रस्तुत करी।
समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री विक्रम वर्मा ने कहा कि जीवन में प्राण प्रतिष्ठा का कार्य शिक्षक ही करता है। गुरुकुल समय से ही गुरुओं की महत्ता प्रतिपादित है। 21वीं सदी में नई टेक्नोलॉजी और नई सूचनाओं के साथ आगे बढ़ना होगा, जिसमें आप सभी की महत्वपूर्ण भूमिका है ।डॉ राधाकृष्णन ने भारतीय आध्यात्म और भारतीय दर्शन को विश्व के सामने रखा।शिक्षकों की तपस्या से ही आज भारत हर क्षेत्र में आगे है। सेवा के भाव के साथ 1984 से आज तक सामाजिक उत्तरदायित्व का कार्य पूर्ण करने पर समिति को बधाई दी।
जिलाधीश श्री पंकज जैन ने कहा कि माताजी के प्रोफ़ेसर होने से घर पर शैक्षणिक वातावरण रहा।शिक्षक शासकीय सेवक से ऊपर उठकर सर्वश्रेष्ठ होते हैं ,यह भाव सभी में जागृत होना चाहिए। आप सभी सेवानिवृत्त शिक्षकों से नए शिक्षकों को आपके अनुभव और सकारात्मक लाभ मिले यह कामना करता हूं ।आप शासकीय सेवा से निवृत्त हो गए हैं किंतु समाज जागरण की जिम्मेदारी अब आप पर है। पिछले 38 सालों से सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान करने वाली समिति बधाई की पात्र है।
धार महू लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री छतर सिंह दरबार ने कहा की शिक्षक धरती का सबसे बड़ा पद है ।
देश का भविष्य निर्माता है। देश के संसाधन और मानव जीवन का भी निर्माता है। सभी गुरु के चरणों में मैं प्रणाम करता हूं। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सम्मिलित होने पर समिति को शुभकामनाएं प्रेषित करी।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सरदार सिंह मेड़ा ने कहा कि शिक्षक शासकीय सेवा से निवृत्त होने के बाद भी समाज में सेवा कार्य में अग्रणी रहते है। शिक्षक समाज को नई दिशा प्रदान करते है और बच्चों के भाग्य विधाता है । सभी शिक्षकों का मैं अभिनंदन करता हूं। शिक्षक और गुरु समाज को नई और उत्तम दिशा देते हैं। प्रतिभाओं को निखारते हैं। अपनी और जिले की पहचान बनाने हेतु समिति को साधुवाद।
जिला पुलिस अधीक्षक श्री आदित्य प्रताप सिंह ने कहा कि हर परिस्थिति में शिक्षक का सम्मान होना चाहिए। गुरु श्रेष्ठ होता है। मुझे गर्व है कि मैं एक शिक्षक का बेटा हूं। पिछले 4 सालों से मैं लगातार इस कार्यक्रम में आता हूं और शिक्षकों का सम्मान करना मुझे बहुत अच्छा लगता है।
समारोह को जिला शिक्षा अधिकारी श्री महेंद्र शर्मा ने भी संबोधित किया।
समस्त अतिथियों का स्वागत एवं स्मृति चिन्ह संरक्षक रामनारायण धाकड़,बबन अग्रवाल, अध्यक्ष नारायण कुबेर जोशी ,संस्थापक और सचिव सुरेशचंद गोयल,संयोजक मनोज मेदल स्टेट बैंक,उपाध्यक्षगण योगेश अग्रवाल, वल्लभ अग्रवाल , लक्ष्मीनारायण मुकाती,ब्रजकिशोर बोडा, कोषाध्यक्ष रमेश सोलंकी,सह सचिव गंगासिंह सिसोदिया,सतीश शर्मा, अशोक वर्मा, हरजीत होरा, अंकुर पालीवाल, सोशल मीडिया प्रभारी योगेश चौहान ने भेंट किए। समारोह को सफल बनाने में रमेश ठाकुर ,इरफान पठान ,अनूप गुप्ता, श्रीमती अरुणा बोड़ा, श्रीमती प्रभावती धाकड़, भुवान बघेल ,अमृतलाल जैन,सुरेश व्यास, संभाजीराव मोहिते, कृष्ण कुमार गोयल, नंदकिशोर उपाध्याय, प्रभाकर खामकर, रामगोपाल वेद ,देवेंद्र जोशी, अजय अग्रवाल ,आशीष जैन आदि का सहयोग रहा। समारोह में गणमान्य नागरिक ,जनप्रतिनिधिगण पत्रकारगण ,मीडियाकर्मी आदि उपस्थित थे। यह जानकारी समिति के प्रवक्ता आशीष गोयल ने दी