ग्रामीण महिलाओं ने ठाना जल समस्या से निजात पाया
ग्रामीण महिलाएं जल समस्या से निजात पाने में बनी मिसाल।
राधा बाई गांव में सुचारू रूप से कर रही है जल सप्लाई का काम
राधाबाई गांव में समय-समय पर नल से घर घर पहुंचा रही है जल
जिसके चलते राज्य मंत्री द्वारा गणतंत्र दिवस पर किया गया सम्मानित
रतलाम जिले की पहली महिला जिसे गणतंत्र दिवस पर किया गया सम्मानित
रतलाम जिले का एक ऐसा छोटा सा गांव रामपुरिया जहां पर पीने की पानी की बड़ी समस्या थी इस समस्या से निजात पाने के लिए महिलाओं ने न सिर्फ कमर कसी बल्कि गांव में पीने की पानी की सुविधा उपलब्ध कराकर प्रदेश के लिए वे बेमिसाल बन गई।
इतना ही नहीं बल्कि जल जीवन मिशन को सुचारू रूप से चलाने के लिए अपनी जिम्मेदारी भी संभाल ली।
गांव की राधाबाई एक ऐसी पहली महिला हैं जो समय समय पर गांव में नल से पानी सप्लाई भी कर रही हैं।
राधाबाई, नल चालक का एक ऐसा साहसिक काम कर रही है जो एक पुरुष भी नहीं कर सकता है।
राधाबाई के द्वारा गांव में जल योजना को सुचारू रूप से चलाने के साहस को देखकर शासन प्रशासन द्वारा उन्हें गणतंत्र दिवस पर सम्मानित भी किया गया।
दरअसल रामपुरिया गांव की महिलाओं के मन में था कि हमारे गांव के आसपास कई गांव में नल जल योजना बनी हुई है और वहां की महिलाओं को पानी लेने के लिए घर से दूर नहीं जाना पड़ता है यही सोच कर एक दिन महिलाओं ने पीएचई के जिला जल सलाहकार श्री आनंद व्यास से संपर्क किया यह जल जीवन मिशन के पूर्व की बात है ।
तब जनभागीदारी पर आधारित योजना बनती थी श्री व्यास एवं उनकी टीम ने ग्राम रामपुरिया में पहुंचकर वहां एकत्रित महिलाओं को जनभागीदारी नल जल योजना के बारे में समझाया साथ ही समिति के निर्माण एवं बैंक खाता खोलने की बात भी बताइए।
योजना लागत 80 लाख की 1% जनभागीदारी एकत्रित करने के लिए महिलाओं ने मुहिम छेड़ी और सुबह शाम घर घर जाकर मात्र 7 दिन में ₹80 हजार रुपए एकत्रित किए
जिसमें कई महिलाओं ने अपने पास रखे बचत के पैसे इस नेक कार्य के लिए दिए बाद में यह योजना जल जीवन मिशन के तहत बनाई गई।
यहां एकत्रित की गई जनभागीदारी राशि समिति के खाते में जमा है ताकि एक सशक्त समिति बन सके रामपुरिया में बनी ग्राम जल एवं स्वच्छता के तहत समिति मे अध्यक्ष एवं सभी सदस्य महिलाएं हैं
साथ ही नल चालक भी महिला है जिले की एकमात्र नल चालक 45 वर्षीय राधाबाई पति जगदीश मारिवार सुबह 5:00 बजे उठकर ग्राम मैं जल प्रदाय के लिए घर से आधा किलोमीटर दूर लगे नलकूप की मोटर चालू करके टंकी पानी चढ़ाती है।
टंकी के भरने के पश्चात गांव में लगे 200 से अधिक नल कनेक्शनों को नौ अलग-अलग लगे वाल्व के माध्यम से अलग-अलग समय में जल प्रदाय करती है
राधा बाई योजना क्रियानवंन से जुड़ी सॉरी तकनीकी जानकारी भी रखती है और विगत 1 वर्ष से सफल संचालन कर रही है
राधाबाई के साहस को देखते हुए गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को राज्यमंत्री हरदीप सिंह डंग एवं जिला कलेक्टर द्वारा सम्मानित भी किया गया
राधाबाई ही जिले की एकमात्र ऐसी नल चालक महिला है जो अपने सास के चलते सम्मानित हुई।
ग्लोबल इंडिया टीवी के लिए रतलाम से स्टेट हेड अमर वर्मा की रिपोर्ट